दबंगों ने नहीं चढ़ने दी दूल्हे की बरात, ट्रैक्टर टॉली लगाकर रोका रास्ता

फरीदाबाद के भूपानी थाना क्षेत्र के महावतपुर गांव में शनिवार रात को दबंगों द्वारा ट्रैक्टर लगा कर बरात का रास्ता रोकने के मामले में रविवार को तूल पकड़ लिया। अनुसूचित जाति के लोग एकजुट होकर रविवार सुबह भूपानी थाना पहुंच गए। यहां गांव के दबंगों के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग करने लगे। लोगों का कहना था कि अपने मोहल्ले से दबंग किसी भी अनुसूचित जाति के लोगों की बरात नहीं निकलने देते हैं। तीन दिन पहले भी गांव में एक युवक की घुड़चढ़ी पर दबंगों ने पथराव कर दिया था। शनिवार रात हुई इसी प्रकार की दूसरी घटना के बाद लोगों के सब्र का प्याला फूट गया। रात तो उन्होंने शादी की सभी रस्मों को शांतिपूर्वक पूरा किया, मगर रविवार सुबह से ही मामला तूल पकड़ने लगा था।



सुबह से ही भूपानी थाने पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था। मामले की जानकारी मिलते ही महावतपुर के अलावा अन्य गांव और शहरी क्षेत्र से भी अनुसूचित जाति के लोग थाने पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों का कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करेगी, नारेबाजी और धरना जारी रहेगा। भूपानी थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया। कुछ संभ्रांत लोगों की मदद से मामले को निपटाने का प्रयास किया। लोगों ने मौके पर ही पंचायत शुरू कर दी। 


थाने के बाहर लोगों के एकत्रित होने व पंचायत की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस आयुक्त केके राव के निर्देश पर एसीपी सेंट्रल मोहिंदर सिंह मौके पर पहुंच गए। धरने पर बैठे लोगों ने एसीपी को बताया कि 28 नवंबर को अर्जुन पुत्र सुरेंद्र की घुड़चढ़ी के दौरान भी दबंगों ने पथराव किया था। उस समय भी मामले को गांव के प्रबुद्ध लोगों ने समझाबुझा कर शांत करा दिया। शनिवार रात बरात को रास्ते से लौटाने पर अनुसूचित जाति के लोगों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत कर दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने आरोपी संदीप, सोनू, अंकित व दो अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है


पीड़ित पक्ष बोला, झगड़ा डीजे का था
पीड़ित पक्ष के महिपाल सिंह चौहान ने बताया कि उनका गांव में किसी से कोई विवाद नहीं है। उन्होंने तो खुद गांव की बेटी की शादी के लिए अपने ही प्लाट में टेंट लगाने की जगह दी थी। महिपाल ने कहा कि दरअसल पूरा मामला तेज आवाज डीजे का था। बरात में चढ़त के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था। मोहल्ले में कुछ लोग काफी बीमार हैं। उनके परिवार का भी एक सदस्य बीमार है। ऐसे में बरातियों से डीजे की आवाज धीमी करने को कहा गया था, मगर वह नहीं माने। इसके विपरीत बरातियों ने डीजे की आवाज और तेज कर दी। इसी कारण मोहल्ले के ही कुछ युवकों ने सड़क पर ट्रैक्टर खड़ा करके बरात का रास्ता रोका था। हालांकि गांव के ही बुजुर्गों के समझाने पर बाद में रास्ते से ट्रैक्टर हटा लिया गया था।