बास-बल्लियों पर दौड़ रही बिजली

बस्ती : सुचारु विद्युत आपूर्ति के दावे कुछ भी लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही है। विद्युत उपकेंद्र रुधौली के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत हनुमानगंज विभाग को सच्चाई का आइना दिखा रहा है। यहां जर्जर बास-बल्लियों के सहारे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है। जमीन की ओर लटकते और उलझे तारों कब किसके लिए काल बन जाए कुछ भी नहीं कहा जा सकता।


गांव-गांव विद्युतीकरण के सघन अभियान के बावजूद हनुमानगंज बाजार अभी भी विद्युत पोल के लिए तरस रहा है। यहां नियमित उपभोक्ताओं के घर बास और बल्लियों के सहारे विद्युत आपूर्ति हो रही है। विभाग इन उपभोक्ताओं से बिजली का बिल हर माह वसूल रहा है, लेकिन सुविधा देने के नाम पर मुंह मोड़ लिया है। लकड़ी के खंभे पुराने होने के चलते झुक गए है। इस पर घरों तक दौड़ाई केबिल भी नीचे की ओर लटक रही है। जुगाड़ की आपूर्ति व्यवस्था हर वक्त हादसे को न्योता दे रही है। चार माह पहले एक राहगीर पर तार टूटकर गिर भी गया था। गनीमत बिजली न रहने से उसकी जान बच गई। दो माह पहले इन्हीं तारों की चपेट में आने से एक जानवर की मौत हो गई। गांव के हैदर अली, पवन कुमार, अब्दुल कादिर, गणेश सोनी, राकेश विश्वकर्मा, बंधूलाल, रामलौट ने बताया कि विद्युत विभाग की यह बदइंतजामी हम लोगों के लिए भारी पड़ रही है। निर्वाध आपूर्ति कभी नहीं मिल रही है। लो-वोल्टेज की समस्या हमेशा रहती है। अधिकारियों से शिकायत करने पर एक-दूसरे पर जिम्मेदारी थोप कर टाल देते है। कोई बड़ी दुर्घटना होने के बाद ही विभाग की नींद खुलेगी